बाजरे और तिल की आयरन से भरपूर खस्ता टिक्की
बाजरे और तिल टिक्की सर्दी के दिनों में ठंडी को दूर भगाने और उससे बचने के लिए खाएं जाने वाली सबसे पसंदीदा भोजन में से एक है। यहाँ दोनों मिश्रण शरीर को गर्म तो रखते ही है साथ में हमारी इम्यूननिटी पावर को भी बढ़ते है।
बाजरे की तिल टिक्की बनाने की सामग्री
- पानी -1 कप
- पिघला हुआ गुड़ – 1 कप
- बाजरे का आटा – 2 कप
- इलायची पाउडर – 1 छोटा चम्मच
- रिफाइंड तेल ( आवयशकतानुसार )
- तिल – 1/2 कप
- नमक (स्वादानुसार)
तैयारी का समय : 5 मिनट
खाना बनाने का समय : 25 मिनट
कुल समय : 30 मिनट
विधि
स्टेप 1 गुड़ की चाशनी बनाये
सबसे पहले एक पैन ले उसे धीमी आंच पर रखे दे। जब पैन अच्छे से गर्म हो जाए तो उसमे एक कप पानी और पिघला हुआ गुड़ डाले
अगर गुड़ आप के पास गुड़ पिघला हुआ नहीं है तो उसे घीया कसा से घिस ले। गुड़ को पैन में चलते रहे वरना वो गाढ़ा हो जाएगा , गाढ़ा हो कर पैन से न चिपके इसके लिए बिच बिच में पानी डालते रहे। हमे गुड़ की चाशनी बनानी है बिलकुल चीनी की चाशनी की तरह परन्तु आप को गुड़ की चाशनी को उंगली में लेक चेक करने की जरूरत नहीं है। जब चाशन बनाजाये गैस को बंद कर दे।
(नोट गुड़ की मात्रा को ज्यादा न डाले इससे आटे की टिक्की बीकर सकती है)।
स्टेप 2 बाजरे के आटा और तिल को मिलाये
अब एक बढ़ी सी परत में बाजरे केआटा डाले और उसमे सफदे तिल डाले दोनों को हाथ से अच्छी तरह से मिला, इसे मिलाने के लिए आप किसी बर्तन का भी इस्तामाल कर सकते है। सॉफ्टनेस के लिए आटा में तेल डाले।अब उसमे गुड़ के घोल को डालकर सारे मिश्रण का आटा बना ले और उससे कुछ देर के लिए रखा दे।
स्टेप 3 टिक्की बनाएं
पैन में रिफाइंड या घी डाले, रिफाइंड को तेज आंच पर गर्म कर ले। रिफाइंड के गर्म होने के बाद गैस की फ्लेम कम कर ले। तैयार आटा में हलकी सी लोच लागए और आपने हाथों में रिफाइंड लाग ले ताकि आटा हाथ में न चिपके और तेलने में आसानी हो। आटे को छोटे-छोटे आकार की लोई में तोड़कर टिक्की की तरह पतला पतला बना ले। टिक्की को रिफाइंड में अच्छे से डीप फ्राई कर ले।आप की बाजरे की टिक्की तैयार है।
पोषण संबंधित जानकारी
- प्रोटीन – 10.96 ग्राम
- फाइबर- 11.49 ग्राम
- वसा – 5.43 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट- 61.78 ग्राम
- ऊर्जा- 1456 केजे
संरक्षण
बाजरे की टिक्कि को ठंडा कर के एयर टाइट डब्बे में बंद रखकर 15 दिनों तक संरक्षित किया जा सकता है।
बाजरा और तिल खाने के स्वास्थ्य लाभ
- बाजरा में कार्बोहाइड्रेट उपस्थित होत हैं जो भोजन को धीरे-धीरे पचते हैं और आप को लंबे समय तक भूक नहीं लगती है। जिससे वजन नियंत्रित रहता है।
- बाजरे में शर्करा नहीं पाई जाती है इसलिए मधुमे के रोगियों के लिए फायदेमंद है बाजरा खाना।
- बाजरे शरीर में कोलरेसट्रोल के लेवल को कण्ट्रोल करता है।
- बाजरा में फास्फोरस अधिक मात्रा पाया जाता है जिससे हड्डियों मजबूत बनती है।
- तिल में मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है जिससे तिल उच्च रक्तचाप को रोकने में मदद मिलती है।
- तिल खाने से लम्बे समय तक शरीर में तांबे, मैग्नीशियम और कैल्शियम और आदि पोषक तत्व बने रहते है जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते है।
परोसने के तरीके :
- बाजरे की टिक्की को गुड़ की चाये या अदरक की चाये के साथ परोसे।
- तिल को तेल में भूनकर भी मिला सकते है।
- बादाम, काजू ,मेवा और किशमिश भी मिला सकते है।
- रिफाइंड की जगह घी का इस्तेमाल कर सकते हैं,असली स्वाद के लिए।
परोसने के प्रकार :
- सफदे और काले तिल मिला सकते है।
- आप बाजार के आटे की जगह मेदा को भी इस्तामाल कर सकते है। क्रिस्पी टेस्ट के लिए।
- मिठास के लिए बूरा भी मिला सकते है।