फूलीफूली खस्ता हलवाई जैसी मूंग दाल कचौड़ी
खस्ता कचोरी खाने में जीतनी क्रिस्पी और मसालेदार होती है उतनी ही बनाने में मुश्किल लगती है और बाजार का स्वाद लगता है जैसे आ ही नहीं पायेगा। आज हम बतायेगे की आप कैसे मुंग की दाल की खस्ता कचोरी आसानी से घर पर बना सकते है वो भी बाजार के स्वाद में।
मूंग दाल की कचौरी की सामग्री
- मैदा – 2 कप
- तेल – 1/4 कप
- मूंग दाल – आधा कप
- हरी मिर्च – 2 बारीक कटी हुई
- हरा धनियां – 2 चम्मच
- बेकिंग सोडा – 1/3 छोटा चम्मच
- धनियां पाउडर – 1 छोटी चम्मच
- सोंफ पाउडर – 1 छोटी चम्मच
- लालमिर्च – 1/4 छोटी चम्मच
- हींग – 1 पिंच
- नमक – स्वादानुसार
- गरम मसाला – 1/4 छोटी चम्मच
- जीरा – आधा छोटी चम्मच
तैयारी का समय : 10 मिनट
खाना बनाने का समय : 17 मिनट
कुल समय : 27 मिनट
विधि
स्टेप 1 मूंग की दाल को पानी में भिगो दीजिये।
सबसे पहले मूंग की धुली हुई दाल को रात भर पानी में भिगो कर रख दीजिये और सुबह साफ पानी से 3 से 4 बार दाल को निथार लीजिये, धुली हुई दाल को मिक्सी के जार में डालकर बारीक़ बारीक़ पीस लीजिये।
स्टेप 2 मैदा का आटा गूंद लीजिये।
अब एक बड़ी सी परत लीजिये और उसमे छना हुआ मैदा, नमक,बेकिंग सोडा और तेल डाल दीजिये और सभी सामग्रियों मिला को अच्छी तरह लीजिये और थोड़ा – थोड़ा पानी डालकर नरम सा आटा गूंद लीजिये। गुंदे हुए आटे को एक प्लेट से 30 मिनट के लिए ढक कर रख दीजिये और आटे को सेट होने दीजिये।
स्टेप 3 पैन में सभी मसलो को भुने दीजिये।
एक पैन लजिए और माध्यम आंच पे गैस पर रख दीजिये, पैन में तेल डालकर गर्म कर लीजिये। तेल के अच्छी तरह गर्म होने के बाद जीरा डाल दीजिये और ब्राउन होने तक भून लीजिए इसके बाद हींग, बारीक़ कटी हुई हरी मिर्च, धनियां पाउडर और सोंफ पाउडर दाल दीजिये और मसलो की खुशबू आने तक भून लीजिये। फिर पीसी हुई मुंग दाल, नमक, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला और हरा धनियां डाल दीजिये और दाल को लगातार पोनी से चलते हुए कम आंच पे हल्का हल्का ब्राउन होने तक भून लीजिये। भुनी हुई दाल को पैन से निकलकर एक प्लेट में डाल दीजिये और ठंडा होने दीजिये। (नोट : यदि दाल भूनते समय पैन से चिपकने लगे तो थोड़ा सा तेल ऊपर से दाल दीजिये )।
स्टेप 4 आटे की कचौरियां बना लीजिए।
अब आटा फूलकर सेट हो चूका है, आटे की छोटी छोटी लोइया बनाना शुरू कीजिये और चकले पर पूरी की तरह बेल लीजिये। एक पूरी उठाइये और पूरी में चम्मच से दाल की पिठ्ठी दाल दीजिये और पिठ्ठी को चारो और से आटे से दबाकर बंद कर दीजिये, दोबार हल्के हाथ से कचोरी को बेल लीजिये पतला पतला और एक प्लेट में रखते जाइये। इसी प्रकार सारी कचौरियां बना लीजिए।
स्टेप 5 कचोरी को करारा होने तक भून लीजिये।
एक और पैन लजिए और तेज आंच पे गैस पर रख दीजिये, पैन में तेल डालकर गर्म कर लीजिए, जब तेल अच्छी तरह गर्म हो जाये तब एक एक करके कचौरियां पैन में डालते जाइये और दोनों साइड से करारा करारा होने तक भून लीजिये। भुनी हुई कचोरी को पैन से निकलकर प्लेट में रख ते जाइये। मूंग की दाल की खस्ता कचोरी तैयार है।
पोषण संबंधित जानकारी
- कैलोरी: 149 किलो कैलोरी
- कार्बोहाइड्रेट: 19.9g
- प्रोटीन: 3.6 ग्राम
- वसा: 6.5 ग्राम
- संतृप्त वसा: 2.7g
- कोलेस्ट्रॉल: 10 मिलीग्राम
- सोडियम: 124mg
- पोटेशियम: 3.6mg
- फाइबर: 2.4g
- चीनी: 0.6 ग्राम
- कैल्शियम: 0mg
- आयरन: 1.4mg
मुंग दाल खाने के स्वास्थ्य लाभ
डायबिटीज कंट्रोल करता है।
मुंग दाल में उपस्थित तत्व रक्त में मौजूद शर्करा के स्तर को कंटोरल करते है जिसके करना डायबिटीज के पेशेंट को मुंग दाल को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए इससे शर्करा तो नियंत्रित होती ही है साथ ही दाल में उपस्थित प्रोटीन भी मिलता है।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है।
मुंग दाल में हाई फाइबर पोषक तत्व पाया जाता जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करता है और उसे कम करने में मदद करता है। जिससे दिल स्वस्थ रहता है। कोलेस्ट्रॉल की परेशानी नहीं होती है।
स्ट्रेस को कम करता है।
दाल में उपस्थित फ्लेवोनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट तत्व स्ट्रेस को कम करने में मदद करते है। इसलिए जिनको स्ट्रेस की बीमारी है उनको इसे अपनी डाइट में जरुए शामिल करना चाहिए।
परोसने के प्रकार :
- शाम की चाये के साथ परोस सकते है।
- आलू की सब्ज़ी के साथ परोस सकते है।
- खट्टी – मीठी चटनी के साथ परोस सकते है।
स्वाद में बदलाव :
- उड़द की दाल की भी कचोरी बना सकते है।
- सौंफ पाउडर की जगह साबुत सौंफ के दाने डाल सकते है।
- और अच्छे स्वाद के लिए कसूरी मेथी पाउडर डाल सकते है।